आज दिनभर एक सेमिनार में रही. चिन्तित भी थी कि इतवार को भी बच्चों को अकेला छोडा है पर घर पहुँची तो बच्चों की आँखों में शिकायत नहीं, घर में क्रिसमस की सजावट थी. सच बच्चे हम बडों से ज्यादा समझदार होते हैं| .. 25 दिसम्बर 2011
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