Monday, January 1, 2018

स्त्रियों को छोड़ दो,
उनकी देह ,मन
इच्छाओं.
अभिलाषाओं के साथ,
रख लो अपनी  शंकाएँ जेब में,
एक लहराता हुआ समंदर
 संभावनाओं से भरी ज़मीन
 आज़ाद सपनों का आकाश
और एक खूबसूरत दुनिया
पाने की यह कीमत कुछ अधिक तो नहीं !
कल्पना
2/12/2017

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