मैंने नहीं लिखा बसंत
पर जिया
काश!
सब
पायें
जी जाएँ बसंत!
न तेरा न मेरा
गली-गली
आँगन -आँगन
कुहुके बसंत
बच्चे मुस्कायें
खिल जाएँ
रोटी
पानी
भी लाए
बसंत!
अब ऐसा हंसता बसता आए
बसंत
पर जिया
काश!
सब
पायें
जी जाएँ बसंत!
न तेरा न मेरा
गली-गली
आँगन -आँगन
कुहुके बसंत
बच्चे मुस्कायें
खिल जाएँ
रोटी
पानी
भी लाए
बसंत!
अब ऐसा हंसता बसता आए
बसंत
No comments:
Post a Comment