माँ ओ माँ
समय की नदी में देखती हूँ प्रतिबिंब
झिलमिलाता है अक्स तुम्हारा ;;;;;
दिखता है चेहरा मेरा
तुम्हारे रूप में समा गया है
अक्स मेरा ______
वही तुम्हारी चिंताएँ
वही इच्छाएँ
मेरा झुंझलाना
तुम्हारा मनाना
( )
हमारे लिए
रात - रात भर जगना
अनवरत दौड़ना
#####
धीमे से टाँगना सपने
हमारी आँखों में
(अपने सपनों को भूलकर)
हमारी नजरों से नीला आकाश आँकना
अब मैं भी रात -रात भर
बुनती हूँ बच्चों के
ख्वाबों की चादर
"""""""""""""""""""""
पर जब भी तुम मेरे पास होती हो
मेरे सपने लौट आते हैं
मेरे बालमन के साथ
:::::::::::::::::::::::::::
कोई हठीली बच्ची
मेरे भीतर फिर
उतर आती है
सम्पूर्ण राग के साथ
समय की नदी में देखती हूँ प्रतिबिंब
झिलमिलाता है अक्स तुम्हारा ;;;;;
दिखता है चेहरा मेरा
तुम्हारे रूप में समा गया है
अक्स मेरा ______
वही तुम्हारी चिंताएँ
वही इच्छाएँ
मेरा झुंझलाना
तुम्हारा मनाना
( )
हमारे लिए
रात - रात भर जगना
अनवरत दौड़ना
#####
धीमे से टाँगना सपने
हमारी आँखों में
(अपने सपनों को भूलकर)
हमारी नजरों से नीला आकाश आँकना
अब मैं भी रात -रात भर
बुनती हूँ बच्चों के
ख्वाबों की चादर
"""""""""""""""""""""
पर जब भी तुम मेरे पास होती हो
मेरे सपने लौट आते हैं
मेरे बालमन के साथ
:::::::::::::::::::::::::::
कोई हठीली बच्ची
मेरे भीतर फिर
उतर आती है
सम्पूर्ण राग के साथ
No comments:
Post a Comment